Thursday 11 December 2014

दोस्त कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो सालो से नहीं की....

   एक अखरोट आपको कितना आनंद दे सकता है! कल मैं ने बहुत सारे साल बाद दाँत से तोड़कर अखरोट खाए और बचपन के दिनों में खो गया| दाँत से अखरोट तोड़ते समय विको वज्रदंती की एड याद आ गयी| गौरी व्रत के दिन याद आए, और बाद मे स्कूल जाते समय मम्मी शर्ट की जेब मे काजू द्राक्ष और बादाम भर देती थी वह याद आया|
   आपको यह पूरी बात बेकार लगे लेकिन असली बात ये है दोस्त कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो आपने वर्षो से नहीं की| जैसे कि मैंने दाँतो से १५ साल पहले अखरोट तोड़कर छिला था, उसके बाद अब कल छिला तो मजा आ गया| इसी प्रकार हमारे जीवन मे भी छूटी हुई कई घटनाएँ होंगी| ऐसा क्या था जो सालो पहले किया था?? शायद कोई योगासन हो सकता है या फिर सूर्योदय देखने की तक हो सकती है| वाईफ के लिए सुबह की पहली चाय बनाने की इच्छा हो सकती है या वर्षो पहले आपका गाया हुआ कोई गीत हो सकता है| आज वो छूटा हुआ गीत फिर गीते हैं| सनराईज़ देखे हुए बहुत समय हो गया हो तो आज समय निकाल कर सूर्योदय के साक्षी बनो| पार्क मे झूला झूले कई साल बीत गये हो तो आज झूलो यार!
   बाय ध वे
   आज दिन की शुरूआत मे ऐसा करो कि आपका दिल आपको कहे कि वाह! आज मूड (mood) मे है ना दोस्त!!

Sunday 7 December 2014

हिन्दुत्व की जानकारी

अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है।
33 करोड नहीँ 33 कोटि देवी देवता हैँ हिँदू
धर्म मेँ। कोटि = प्रकार। देवभाषा संस्कृत में
कोटि के दो अर्थ होते है, कोटि का मतलब
प्रकार होता है और एक अर्थ करोड़
भी होता। हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार करने के
लिए ये बात उडाई गयी की हिन्दुओ के 33
करोड़ देवी देवता हैं और अब तो मुर्ख हिन्दू
खुद ही गाते फिरते हैं की हमारे 33 करोड़
देवी देवता हैं........
कुल 33 प्रकार के देवी देवता हैँ हिँदू धर्म मेँ:
12 प्रकार हैँ आदित्य: , धाता, मित, आर्यमा,
शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष,
सविता, तवास्था, और विष्णु...! 8 प्रकार हैँ
वासु:, धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष
और प्रभाष। 11 प्रकार हैँ- रुद्र: ,हर,
बहुरुप,त्रयँबक,
अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी,
रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली। एवँ
दो प्रकार हैँ अश्विनी और कुमार।
कुल: 12+8+11+2=33
अगर कभी भगवान् के आगे हाथ जोड़ा है
तो इस जानकारी को अधिक से अधिक
लोगो तक पहुचाएं। ।